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मतदाता मंच पर आप का स्वागत है, दीजिये सकारात्मक वोट - इस बार वोट देश को

Sunday, January 12, 2014

कुछ बार-बार पढ़ने योग्य पोस्ट्स - भाग १

क्लिक् करें और पढ़ें

Duties of a voters

जन-प्रतिनिधि अपना कर्तव्य निभाएं

कौन जीता - नेता या जनता

राजनीति प्रजा की सेवा के नाम पर धोखा है 

लोकतंत्र का विकल्प 

भारत वर्तमान संकट से कैसे निपटे?

आप क्या सोचते हैं?

कुछ परिभाषाएँ 

Posted by Unknown at 9:24 PM
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मत किस को ?

मत किस को ?
आपका सोच, आपकी पसंद क्या है, कटा हाथ, झाड़ू, कमल का फूल ?

भारत राष्ट्र का गौरव

भारत राष्ट्र का गौरव

चर्चा करें

नव वर्ष २०१४

मैं लाया हूँ,
ढेर सारी शुभकामनाएं नए वर्ष की,
ले लो जिस को जितनी चाहियें,
सुगन्धित वायु और जल,
सुरक्षित सड़कें, रेल-वायु मार्ग,
सब को समान अवसर,
सब को समान आदर,
सब को समान न्याय,
भरत जैसा राज्य,
राम जैसी मर्यादा,
ले लो जिस को जितनी चाहिए.

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भ्रष्टाचार मुक्त भारत राष्ट्र

एक, सौ, हजार, लाख,
क़दमों ने किया था मार्च,
भ्रष्टाचार के खिलाफ,
जनता ने बनाया था वोट बेंक,
भ्रष्टाचार के खिलाफ,
नागरिकों ने बनाया था कानून,
भ्रष्टाचार के खिलाफ,
शपथ ली थी वोट करेंगे,
भ्रष्टाचार के खिलाफ,
मिलाया था हाथ से हाथ,
भ्रष्टाचार के खिलाफ,
खड़ा हो रहा था भारत राष्ट्र,
भ्रष्टाचार के खिलाफ.

बदला सोच कुछ लोगों का,
लालच हुआ हावी उन् पर,
सत्ता का, पैसे का,
तोड़ दिया आंदोलन,
कूद गये कीचड़ में राजनीति की,
बना ली सरकार मौकपरस्ती की,
मिल गया भ्रष्टाचार भ्रष्टाचारियों से.

सरकार और भ्रष्टाचार

भ्रष्टाचार उन्मूलन की पहली जिम्मेदारी सरकार की है.
सरकार भ्रष्टाचार पर शून्य सहनशीलता की बात करती है,
पर उस के मंत्री और बाबू लगातार घोटाले करते रहते हैं.
सरकार इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती रही.
उसे बढ़ावा देती है.
विपक्ष को गाली देती है.
क्या इस से भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाएगा?

दिल्ली की नई सरकार को तो देखिये.
जिसके भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए पार्टी का गठन किया,
अब उसे ईमानदारी के सर्टिफिकेट दे रही है,
कुर्सी के बदले.

गलत शब्दों का प्रयोग बंद करें

भारत में प्रजातंत्र है, राजतन्त्र नहीं,
राजनीति शब्द का प्रयोग गलत है,
राजनीति
होती है राजतन्त्र मैं,
प्रजातंत्र मैं होनी चाहिए प्रजानीति,
राजतन्त्र में होता है राजा,
प्रजातंत्र में सेवक, जन-प्रतिनिधि,
सत्ता पर आधारित राजनीति नहीं,
हो सेवा पर आधारित प्रजानीति.

गाली-गलौज की राजनीति

आरोप-प्रत्यारोप या गाली-गलौज की राजनीति.
इस से किसी का भला नहीं होता.
राजनीतिबाजों को अब कुछ नया सोचना चाहिए.
कितनी अजब बात है
न तो कोई वरिष्ट नेता ही नया सोचता है
और न ही कोई युवा नेता.
अरे ओ नेताओं, कोई तो नया और सही सोचो.

क्या चुनाव एक लड़ाई है?

चुनाव कोई लड़ाई नहीं है जिसे लड़ा जाए,
चुनाव एक प्रक्रिया है
जन-प्रतिनिधि चुनने की,
इस में लड़ाई कैसी, हिंसा कैसी?

जरूरत है पुराना सोच बदलने की,
सब अपना-अपना सोच बदलें,
मतदाता, राजनीतिबाज, सरकार,
राजनितिक दल, चुनाव आयोग.

आपके वोट का हकदार कौन ?

जो खुलासा करे अपनी चल-अचल संपत्ति का,
जिसके सकारात्मक विचार हों,
जो ईमानदार जन-प्रतिनिधि हो,
जिसका एक व्यक्तिगत सेवा-सुधार कार्यक्रम हो.

IS INDIA A DEMOCRACY?

भारत एक राजतान्त्रिक देश है,
जनता द्वारा चुने जाने के बाद,
जन-प्रतिनिधि राजा हो जाते हैं
और सत्ता की राजनीति चलाते हैं.

MANTRA FOR BETTER LIFE

अपने पड़ोसी की सुविधा का ध्यान रखें,
एक अच्छा पड़ोसी भाग्य से मिलता है.

अपने बड़ों का सम्मान करें,
बराबर वालों से मित्रवत व्यवहार करें,
छोटों को प्यार करें,
ईश्वर आपसे यही चाहता है.

कहें रघुपति सुन भामिनी बाता,
मानहु एक भगति कर नाता.

पर्यावरण का सम्मान करें,

ऐसा कोई कार्य न करें
जो करे प्रदूषित
जल, वायु और मिटटी को
और शोर बढ़ाऐ.

जल और जीवन एक हैं,
जल संचय तो जीवन संचय,
जल का क्षय है जीवन का क्षय.

किस का हित साधती है सरकार?

आम आदमी के वोटों से चुनी गई सरकार विजली कम्पनियों की हिमायत करे यह अत्यंत शर्म की बात है.
विजली में मनचाही कटौती और महंगी दरों पर कटी-फटी विजली. सरकार ने क्या किया है, विजली वितरण का जनताकरण या निजीकरण?

बालकृष्ण

बालकृष्ण

POSITIVE THINKING

अपने सोच को सकारात्मक बनाइये,
यह विपरीत परिस्थिति मैं आपकी मदद करेगा,
नकारात्मक सोच से बचिए, यह
सही परिस्थिति को भी आपके ख़िलाफ़ कर देता है.

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Parliament House

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Elect whom?

Voters elect them and they fail voters. Election after election this is the scenario. Behaviour of peoples' representatives has become an embarrassment for people. But are not people themselves responsible for electing such people? This blog will try to find out answers to 'how to elect such representatives who can lead the country to a better future'.
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