पिछले दिनों विश्वास मत पर लोक सभा में जो हुआ उसके बाद मैंने एक फ़ैसला किया है। आज उस फैसले के बारे में आप सब को बताता हूँ। आप लोग चाहें तो आप भी ऐसा ही फ़ैसला कर सकते हें।
जानते तो सब थे। मानते भी सब थे। पर अपनी आंखों से देखा नहीं था। इसका फायदा उठाकर यह नेता बच जाते थे। अब जब अपनी आंखों से यह सब लोक सभा में देख लिया तो किसी शक की कोई गुंजाइश ही नहीं रही। यह नेता जो हमारे वोटों पर चुने जाते हें, अपने वोट कम-से-कम तीन करोड़ में बेचते हें. अब यह तो सरासर बेईमानी हुई कि हमारा वोट तो फ्री में ले जाओ और अपने वोट को तीन करोड़ में बेचो। अरे यह हमारा ही तो वोट है जो इन नेताओं को इस लायक बनाता है कि वह अपना वोट बेच सकें।
इस लिए मैंने फ़ैसला किया है कि जो मुझे मेरे वोट की सबसे ज्यादा कीमत देगा मैं अपना वोट उसे ही दूँगा। अमर सिंह की तरह मैं दूसरों के लिए एजेंट का काम भी करूंगा। मेरे अपने घर में ही ६ वोट हें। आप में से जो चाहें उनके लिए भी मैं भाव-ताव कर सकता हूँ।
आप सबसे प्रार्थना है कि मेरे इस संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं और भारत में प्रजातंत्र को मजबूत करें।
3 comments:
तीखा कटाक्ष किया आपने सर.
सुंदर शैली में.
१३ वोट हमारे भी शामिल कर लीजिये.
achcha....post
दो वोट हमारे भी..सौदा तगडा करनें में सहायक होंगे...तीक्षण व्यंग्य।
***राजीव रंजन प्रसाद
www.rajeevnhpc.blogspot.com
www.kuhukakona.blogspot.com
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